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अगर आप Blogging में Career बनाना चाहते हैं तो ये Best 3 Things आपके लिए Important हैं, अगर आप Blogging Start कर रहे हैं तो उससे जुड़ी हुई इन 3 Thing को जान लीजिए, जो आपके बेहद ही काम आएंगी। Guide To Starting Blogging जिससे आप को ब्लॉगिंग करने में आसानी होगी ।  ऐसे Ideas जो एक Good Blogger के अंदर होना चाहिए। आइए जानते हैं ऐसी ही Information को। Starting Blogging अगर आप एक अच्छे ब्लॉगर बनना चाहते हैं जिससे दर्शक आप से जुड़ें ।   तो आपको इन तीन बातों पर विशेष ध्यान देना होगा।  1. User Friendly Article. 2. Easy and Understand 3.जिसमें आपको Knowledge ज्यादा हो वह Topics चुने।. ब्लॉगिंग करना इतना आसान नहीं है, जितना आसान सभी समझते हैं ।  ब्लॉगिंग में आप का Experience आपका knowledge और Audience की पसंद भी देखी जाती है ।  इन सभी Things को ध्यान में रखकर अगर आप एक Article लिखते हैं, तो वह Articles सभी दर्शक को जरूर पसंद आएगा। 1. User Friendly Article. Q. - What is Mean By a User-Friendly Article? ( उपयोगकर्ता के अनुकूल लेख का क्या अर्थ है?) Ans. - ऐसा Article जो

Karma Our Bhagya In Dono Mein Kaun Shresth Hai is Baat ki Duvidha Ko Dur Karti Hai Bhagavad Gita | कर्म और भाग्य इन दोनों में कौन श्रेष्ठ है इस बात के दुविधा को दूर करती है भगवत गीता|

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Karma Our Bhagya In Dono mein kaun shresth hai is baat ki duvidha Ko dur Karti Hai Bhagavad Gita  Karma Our Bhagya In Dono  के ही अपने-अपने मतलब हैं। इस संसार में ऐसा कोई भी नहीं जो  Karma  किए बिना रह सके। वह चाहे अथवा ना चाहे, उसे कर्म तो करना ही पड़ता है। Karma  से  Bhagya  उत्पन्न होता है,  Bhagya  कर्म उत्पन्न नहीं करता। (Who is the best in karma and destiny(luck)? There is an explanation of karma in the Bhagavad Gita.) MahaBharat इस संसार में जीवन जीने के लिए, जीवन को समझने के लिए कई बातों का होना आवश्यक है। यह समझना आवश्यक है कि जीवन में सफलता-असफलता, दुख और सुख, ज्ञान, अज्ञान, जीवन-मृत्यु ये सभी जीवन के जरूरी पहलू हैं। सभी तरह की बातों का मिश्रण है जीवन। जीवन में कई तरह की परेशानियों के साथ, सुखों का भी अनुभव होता है, यही तो जीवन है। Bhagya  के भरोसे बैठने वाले व्यक्ति को जीवन में केवल कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि जो व्यक्ति भाग्य के भरोसे बैठे होते हैं। वह कर्म से विमुख हो जाते हैं। ऐसे व्यक्तियों का जीवन बड़ी कठिनाइयों में व्यतीत होता है। Click h

Sharadiya Navratri: Shubh Muhurat ,Kalash Sthapana or Pooja Vidhi in Hindi 10 October 2018

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Shubh Muhurat 10 October 2018 Sharadiya Navratri  की शुरुआत हो रही है जिस में 9 दिनों तक Mata Sherawali के 9 Swaroop ki Puja होती है, जिसका Kalash Sthapana विधि जान लीजिए। जैसे कि इस बार नवरात्रि बुधवार 10 अक्टूबर को पड़ रही है मां शेरावाली की इन 9 दिनों तक विशेष कृपा रहती है, इस दौरान माता के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। 9 दिन तक भक्त व्रत, उपवास रखते हैं और मंदिरों, घर और पंडालों में (घटस्थापना) कलश स्थापना की जाती है। माता के भक्त माता को प्रसन्न करने के लिए 9 दिनों तक विशेष पूजा करते हैं। Sharadiya Navratri Shubh Muhurat शुभ मुहूर्त -  Durga Kavach Navratri दुर्गा कवच नवरात्रि Kalash Sthapna Shubh Muhurat 6:18 से लेकर 10:11 मिनट तक रहेगा ।   उसके पश्चात आप 11:36 से दोपहर 12:24 तक कलश स्थापना कर सकते हैं। आइए जानते हैं (घटस्थापना) Kalash Sthapana कैसे करते हैं। ( Durga Chalisa Special दुर्गा चालीसा ) Kalash sthapana सामग्री -  मिट्टी से बना हुआ पात्र, शुद्ध जो, मिट्टी, शुद्ध जल से भरा हुआ कलश, लाल सूत, साबुत सुपारी, सिक्के, आम के पत्ते, कलश को ढकने के लिए ढ

Top 15 SEO Ranking Tips in Hindi | Improved | Blog and Website

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'Best SEO Ranking Tips' Top 15 Ranking Tips in Hindi .अगर आप भी अपनी Website और Blog  की Ranking से परेशान हैं तो आप TOP 15 Ranking Tips को Follow कर सकते हैं, यह आपके बेहद ही काम आएंगी। Best 3 Things Important if You Are Starting Blogging In Hindi. Research Audience Choice. शोध दर्शकों की पसंद। SEO/Viewer Optimise. Content एसईओ / दर्शक सामग्री अनुकूलित। Keyword Research. शब्द की खोज। Best Backlinks. सर्वोत्तम बैकलिंक्स। Optimise Images. छवियों को अनुकूलित करें। Best Responsive Theme. सर्वश्रेष्ठ उत्तरदायी थीम।  Social Media Sharing. सोशल मीडिया शेयरिंग। Short and Perfect Permalink. लघु और सही परमालिंक। Article Description. लेख वर्णन। Website Fast Working Speed. वेबसाइट तेजी से काम करने की गति। https - Website Security. वेबसाइट सुरक्षा। Old Content Updated.पुरानी सामग्री अद्यतन। Internal / External Linking. आंतरिक बाहरी लिंकिंग। Unique and Trending Topic.नया और प्रचलित विषय। Easy to Understand. समझने में आसान। SEO FACTOR Let's know the top 1

Ganesh katha Special Ganesh ji ka Gajanan Naam kyu Pada

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Ganesh katha Special Ganesh ji ka Gajanan Naam kyu Pada, गणेश जी का शरीर बाकी के देवताओं से अलग क्यों है। क्यों Ganesh ji को सभी देवी देवताओं में सबसे पहले पूजा जाता है। Ganesh ji आइए जानते हैं Ganesh ji के शरीर से जुड़ी हुई कुछ खास बातें जो उनकी महत्वता को दर्शाती हैं। इसके साथ ही यह हमें सीख देती है जीवन में सही दिशा की तरफ अग्रसर होने की। और सही राह पर चलने की। आज हम जानेंगे कि Ganesh ji के सभी अंगों का क्या महत्व है। और गणेश जी सबसे अलग व श्रेष्ठ देवता क्यों माने जाते हैं एंव प्रथम पूजनीय क्यों हैं। भगवान गणेश को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान Ganesh ji को मां पार्वती जी ने अपने शरीर के मैल से निर्मित किया था। मां पार्वती जब स्नान करने जा रही थी, तभी उन्होंने Ganesh ji को कहा था कि जब तक मैं स्नान कर कर ना लौट आंऊ। तब तक तुम दरवाजे पर पहरा देना और किसी को भी अंदर आने मत देंना। लेकिन तभी भगवान शंकर वहां आ पहुंचे और उन्होंने दरवाजे से Ganesh ji को हटने का आदेश दिया।  भगवान शंकर के निवेदन करने के बाद भी गणेश जी ने उन्हें अंदर प्रवेश नही

Ganesh Chaturthi Special Ganesh Sthapna Ki Vidhi

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Ganesh Chaturthi special Ganesh sthapna ki vidhi, घर लाना चाहते हैं गणपति जी की मूर्ति तो याद रखें तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान। Ganesh भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि को Ganesh Chaturthi के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। इसी दिन भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। सभी देवी देवताओं में गणेश जी का प्रथम स्थान है। भगवान गणेश जी की पूजा दोपहर के समय ही करना चाहिये। भगवान Ganesh का जन्म दोपहर में हुआ था, इसलिए इनकी पूजा का समय दोपहर का ही होता है। Ganesh ji  की पूजा से बुद्धि, विद्या और रिद्धि सिद्धि की प्राप्ति होती है, सभी विघ्नों का नाश होता है।  Ganesh ji उत्साह और ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं। Ganesh ji को दूर्वा बहुत ही प्रिय है, यदि Ganesh ji का दूर्वा से अभिषेक किया जाए तो वह सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। Ganesh Chaturthi में करना चाहते हैं Ganesh ji की स्थापना तो जरूर अपनाएं इन बातों 1. Ganesh ji की स्थापना में वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए। 2. Ganesh ji की मूर्ति को पूर्व या उत्तर दिशा में बैठना शुभ होता है। 3. दक्षिण-पश्चिम दिशा में Ganesh ji की स्थापना ना

Ganesh Pujan Mein Rakhe In Bato Ka Dhyan

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Ganesh Pujan Mein Rakhe in Bato Ka Dhyan, ऐसा माना जाता है कि इस दौरान गणपति जी धरती पर ही निवास करते हैं। Ganesh Pujan हर साल विघ्नहर्ता आते हैं और भक्तों के साथ रहकर उनके सुख-दुख को बांटते हैं और उनकी सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं। यदि भक्तगण सच्चे दिल से गणपति जी की सेवा आराधना करते हैं, तो उन्हें सभी सिद्धियां प्राप्त होती हैं। Ganesh Pujan में रखें इन बातों का विशेष तौर पर ध्यान- 1. Ganesh Puja करते समय कभी भी दो मूर्तियों एक साथ ना रखें, क्योंकि अक्सर 2 मूर्तियों को एक साथ रखने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। 2. जब दोनों मूर्ति की ऊर्जा आपस में टकराती है तो अशुभ फल की प्राप्ति होती है। 3. श्री गणेश जी को सुख समृद्धि का देवता माना जाता है, गणेश जी के मुख की तरफ सुख, समृद्धि और शुभ लाभ का वास होता है। इसलिए गणेश जी का मुख कभी भी दरवाजे की तरफ ना रखें। बल्कि एक सही दिशा चुनकर गणेश जी की स्थापना करें। 4. पुराणों के अनुसार गणेशजी की पीठ का दर्शन करना अशुभ माना जाता है। GANESH CHATHURTHI 5. Ganesh Chaturth पर गणेश जी को प्रसन्न करना बेहद जरूरी है, इसलिए ज

Ganesh Chaturthi Ka Mahatva Shubh Muhurat

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Ganesh Chaturthi ka mahatva और  shubh muhurat, गणेश जी हमारे घर में मेहमान बनकर आने वाले है। Ganesh Chaturthi का शुभारंभ 13 सितंबर से शुरू हो जाएगा। आइए जानते हैं कि विघ्नहर्ता का आशीर्वद हम कैसे पा सकते है। Ganesh Chaturth Ganesh Chaturthi का पर्व मुख्य रूप से भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन प्रथम पूज्य गणेश जी का जन्म हुआ था। Ganesh Chaturthi गणेश चतुर्थी महत्व-  गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi के मौके पर लोग अपने घर में गणेश जी की प्रतिमा को स्थापित करते हैं, और उसकी विधिवत पूजन, आरती करते हैं। इन 10 दिनों तक गणेश जी अपने भक्तों के पास ही होते हैं और उनकी पूजा को स्वीकार करते हैं। और गणेश जी अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं। देश भर में गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। आइए जानते हैं किस तरह से गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए हमें पूजन करना होगा। गणेशजी की प्रतिमा की स्थापना दोपहर के समय की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इनका जन्म मध्यान्ह में हुआ था। 1. Ganesh जी की स्थापना करने से पह