Ganesh Chaturthi Ka Mahatva Shubh Muhurat
Ganesh Chaturthi ka mahatva और shubh muhurat, गणेश जी हमारे घर में मेहमान बनकर आने वाले है। Ganesh Chaturthi का शुभारंभ 13 सितंबर से शुरू हो जाएगा। आइए जानते हैं कि विघ्नहर्ता का आशीर्वद हम कैसे पा सकते है।
Ganesh Chaturthi का पर्व मुख्य रूप से भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन प्रथम पूज्य गणेश जी का जन्म हुआ था।
Ganesh Chaturthi गणेश चतुर्थी महत्व-
गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi के मौके पर लोग अपने घर में गणेश जी की प्रतिमा को स्थापित करते हैं, और उसकी विधिवत पूजन, आरती करते हैं। इन 10 दिनों तक गणेश जी अपने भक्तों के पास ही होते हैं और उनकी पूजा को स्वीकार करते हैं। और गणेश जी अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं।
देश भर में गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। आइए जानते हैं किस तरह से गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए हमें पूजन करना होगा। गणेशजी की प्रतिमा की स्थापना दोपहर के समय की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इनका जन्म मध्यान्ह में हुआ था।
1. Ganesh जी की स्थापना करने से पहले गणेश जी के स्थान को स्वच्छ करें। और उस पर एक पटा या चौकी रखकर उस पर लाल या पीला कपड़ा बिछाये। और फिर गणेश जी की स्थापना करें।
2. Ganesh जी की स्थापना के साथ-साथ रिद्धि सिद्धि के रूप में सुपारी की स्थापना करें और एक सुपारी गणेश जी की स्थापना पान के पत्ते के ऊपर करें। सुपारी गणेश जी पर वस्त्र के रूप में रक्षा सूत्र बांधे।
3. Ganesh जी की स्थापना के बाद कलश स्थापित करें। गणेश जी की स्थापना के समय गणेश जी के स्थान के उल्टे हाथ की तरफ जल से भरा हुआ कलश रखें। जल से भरा हुआ कलश गेहूं या चावल के उपर स्थापित करें।
4. लकड़ी की चौकी पर लाल या पीले रंग का वस्त्र बिछाकर मूर्ति की स्थापना करें। इस मंत्र का उच्चारण करें-
ॐ वक्रतुंडाय महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ, निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।
5. शाम के वक्त गणेश जी की पूजा उपासना करें और उनके सामने घी का दीपक जलाएं।
6. गणपति को लड्डुओं का भोग लगाएं।
7. गणपति को दूर्वा भी अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी।
8. अपनी इच्छा के अनुसार गणपति के मंत्रों का जाप करें।
9. लड्डू के भोग के साथ-साथ गणेश जी को प्रतिदिन पंचमेवा जरूर चढ़ाएं।
10. सामर्थ्य अनुसार Ganesh जी को सभी चीजों का भोग लगाएं और उन्हें प्रसन्न करने के सभी प्रयत्न करें। अन्य सभी चीजें गणेश जी को अर्पित करें, और अंत में प्रसाद बांटे।
गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi पूजन का शुभ मुहूर्त-
गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi कब से प्रारंभ हो रही है- बुधवार 12 सितंबर को शाम 4 बजकर 07 मिनिट से
गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi कब तक रहेगी- गुरुवार 13 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 51 मिनिट तक चतुर्थी रहेगी।
Ganesh Chaturthi गणेश पूजन के लिए मध्याह्न मुहूर्त- गुरुवार 13 सितंबर को सुबह 11 बजकर 02 मिनिट 34 सेकेंड से 1 बजकर 31 मिनिट 28 सेकेंड तक पूजन का शुभ मुहूर्त है।
राहुुकाल का समय- 13 सितंबर को 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक राहुुकाल रहेगा। राहुुकाल से पहले पूजन कर लेें।
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Ganesh Chaturth |
Ganesh Chaturthi का पर्व मुख्य रूप से भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन प्रथम पूज्य गणेश जी का जन्म हुआ था।
Ganesh Chaturthi गणेश चतुर्थी महत्व-
गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi के मौके पर लोग अपने घर में गणेश जी की प्रतिमा को स्थापित करते हैं, और उसकी विधिवत पूजन, आरती करते हैं। इन 10 दिनों तक गणेश जी अपने भक्तों के पास ही होते हैं और उनकी पूजा को स्वीकार करते हैं। और गणेश जी अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं।
देश भर में गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। आइए जानते हैं किस तरह से गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए हमें पूजन करना होगा। गणेशजी की प्रतिमा की स्थापना दोपहर के समय की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इनका जन्म मध्यान्ह में हुआ था।
1. Ganesh जी की स्थापना करने से पहले गणेश जी के स्थान को स्वच्छ करें। और उस पर एक पटा या चौकी रखकर उस पर लाल या पीला कपड़ा बिछाये। और फिर गणेश जी की स्थापना करें।
2. Ganesh जी की स्थापना के साथ-साथ रिद्धि सिद्धि के रूप में सुपारी की स्थापना करें और एक सुपारी गणेश जी की स्थापना पान के पत्ते के ऊपर करें। सुपारी गणेश जी पर वस्त्र के रूप में रक्षा सूत्र बांधे।
3. Ganesh जी की स्थापना के बाद कलश स्थापित करें। गणेश जी की स्थापना के समय गणेश जी के स्थान के उल्टे हाथ की तरफ जल से भरा हुआ कलश रखें। जल से भरा हुआ कलश गेहूं या चावल के उपर स्थापित करें।
4. लकड़ी की चौकी पर लाल या पीले रंग का वस्त्र बिछाकर मूर्ति की स्थापना करें। इस मंत्र का उच्चारण करें-
ॐ वक्रतुंडाय महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ, निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।
5. शाम के वक्त गणेश जी की पूजा उपासना करें और उनके सामने घी का दीपक जलाएं।
6. गणपति को लड्डुओं का भोग लगाएं।
7. गणपति को दूर्वा भी अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी।
8. अपनी इच्छा के अनुसार गणपति के मंत्रों का जाप करें।
9. लड्डू के भोग के साथ-साथ गणेश जी को प्रतिदिन पंचमेवा जरूर चढ़ाएं।
10. सामर्थ्य अनुसार Ganesh जी को सभी चीजों का भोग लगाएं और उन्हें प्रसन्न करने के सभी प्रयत्न करें। अन्य सभी चीजें गणेश जी को अर्पित करें, और अंत में प्रसाद बांटे।
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Bhagwan Ganesh ji |
गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi पूजन का शुभ मुहूर्त-
गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi कब से प्रारंभ हो रही है- बुधवार 12 सितंबर को शाम 4 बजकर 07 मिनिट से
गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi कब तक रहेगी- गुरुवार 13 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 51 मिनिट तक चतुर्थी रहेगी।
Ganesh Chaturthi गणेश पूजन के लिए मध्याह्न मुहूर्त- गुरुवार 13 सितंबर को सुबह 11 बजकर 02 मिनिट 34 सेकेंड से 1 बजकर 31 मिनिट 28 सेकेंड तक पूजन का शुभ मुहूर्त है।
राहुुकाल का समय- 13 सितंबर को 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक राहुुकाल रहेगा। राहुुकाल से पहले पूजन कर लेें।
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