Ganesh Chaturthi Special Ganesh Sthapna Ki Vidhi
Ganesh Chaturthi special Ganesh sthapna ki vidhi, घर लाना चाहते हैं गणपति जी की मूर्ति तो याद रखें तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान।
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि को Ganesh Chaturthi के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। इसी दिन भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। सभी देवी देवताओं में गणेश जी का प्रथम स्थान है। भगवान गणेश जी की पूजा दोपहर के समय ही करना चाहिये।
भगवान Ganesh का जन्म दोपहर में हुआ था, इसलिए इनकी पूजा का समय दोपहर का ही होता है। Ganesh ji की पूजा से बुद्धि, विद्या और रिद्धि सिद्धि की प्राप्ति होती है, सभी विघ्नों का नाश होता है। Ganesh ji उत्साह और ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं।
Ganesh ji को दूर्वा बहुत ही प्रिय है, यदि Ganesh ji का दूर्वा से अभिषेक किया जाए तो वह सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
Ganesh Chaturthi में करना चाहते हैं Ganesh ji की स्थापना तो जरूर अपनाएं इन बातों
1. Ganesh ji की स्थापना में वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
2. Ganesh ji की मूर्ति को पूर्व या उत्तर दिशा में बैठना शुभ होता है।
3. दक्षिण-पश्चिम दिशा में Ganesh ji की स्थापना ना करें।
4. पूजाघर में कभी भी भगवान Ganesh ji की दो या उससे अधिक मूर्तियों को एक साथ ना रखें। इसे अशुभ माना जाता है।
5. भगवान Ganesh ji की मूर्ति का चेहरा दरवाजे की तरफ ना रखें।
6. भगवान Ganesh ji की मूर्ति को घर पर लाते वक्त, इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें कि गणेश जी की सूंड बाई तरफ हो।
7. ऐसी मान्यता है कि इस तरह की मूर्ति की पूजा करने से मनोकामनायें शीघ्र ही पूरी होती हैं।
8. Ganesh ji के पूजन में सफेद रंग के फूल का उपयोग कभी ना करें।
9. Ganesh ji के पूजन में लाल या पीले फूल का उपयोग करें।
10. जब Ganesh ji को लेकर आए, तब घर के अंदर लाने से पहले उनकी आरती उतारें, उसके बाद उन्हें घर के अंदर लाएं।
11. Ganesh ji की मूर्ति को स्थापित करने सें पहले पूरे घर को साफ कर लें।
12. पूजा की थाली तैयार कर लें, भगवान Ganesh ji का स्वागत करने के लिए दरवाजे पर ही उनकी आरती करें।
13. Ganesh ji के मंत्रों का उच्चारण करें।
14. शुभ मुहूर्त में Ganesh ji की स्थापना करें।
15. ध्यान रहे भगवान Ganesh ji की स्थापना राहु काल में नहीं करनी चाहिए।
16. घर के सभी सदस्य मिलकर भगवान Ganesh ji की आरती करें।
17. पूजा की थाली में सभी आवश्यक सामग्रियों को शामिल करें, जिनकी आवश्यकता हो।
18. लड्डू, पंचमेवा से भोग की थाली सजाएं। भगवान गणेश जी को मोदक के लड्डू सबसे प्रिय है। इसलिए Ganesh ji को मोदक लड्डू जरूर चढ़ाएं।
19. Ganesh ji के बाएं और कलश स्थापित करें। कलश तांबे का होना चाहिए। जल से भरा हुआ कलश गेहूं या चावल के उपर स्थापित करें।
20. Ganesh ji के सीधे हाथ की तरफ घी का दीपक एवं दक्षिणावर्ती शंख रखना चाहिए।
Ganesh Pujan Vidhi गणेश जी की पूजन विधि-
पूजन की शुरुआत में हाथ में अक्षत, जल एवं पुष्प लेकर गणेश ध्यान एवं समस्त देवी देवताओं को याद करें। एवं फूल, अक्षत अर्पित करें। भगवान Ganesh ji का आह्वान करें, Ganesh ji के आह्वान के बाद कलश स्थापना करें।
उत्तर पूर्व दिशा चौकी स्थापित करें, कलश पूजन के बाद पूजन करें। इसके बाद नवग्रह पूजन करें। हाथ में जल लेकर मंत्र पढ़ते हुए प्रभु के चरणों में अर्पित करते हैं। सूर्य को अर्ध्य देने की तरह ही पानी छोड़े व मंत्र पढ़ते हुए तीन बार जल चढ़ाएं। पान के पत्ते या दूर्वा से पानी लेकर छिड़के या स्नान कराये। परंपरागत रूप से पूजन और आरती करें।
![]() |
Ganesh |
भगवान Ganesh का जन्म दोपहर में हुआ था, इसलिए इनकी पूजा का समय दोपहर का ही होता है। Ganesh ji की पूजा से बुद्धि, विद्या और रिद्धि सिद्धि की प्राप्ति होती है, सभी विघ्नों का नाश होता है। Ganesh ji उत्साह और ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं।
Ganesh ji को दूर्वा बहुत ही प्रिय है, यदि Ganesh ji का दूर्वा से अभिषेक किया जाए तो वह सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
Ganesh Chaturthi में करना चाहते हैं Ganesh ji की स्थापना तो जरूर अपनाएं इन बातों
1. Ganesh ji की स्थापना में वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
2. Ganesh ji की मूर्ति को पूर्व या उत्तर दिशा में बैठना शुभ होता है।
3. दक्षिण-पश्चिम दिशा में Ganesh ji की स्थापना ना करें।
4. पूजाघर में कभी भी भगवान Ganesh ji की दो या उससे अधिक मूर्तियों को एक साथ ना रखें। इसे अशुभ माना जाता है।
5. भगवान Ganesh ji की मूर्ति का चेहरा दरवाजे की तरफ ना रखें।
6. भगवान Ganesh ji की मूर्ति को घर पर लाते वक्त, इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें कि गणेश जी की सूंड बाई तरफ हो।
7. ऐसी मान्यता है कि इस तरह की मूर्ति की पूजा करने से मनोकामनायें शीघ्र ही पूरी होती हैं।
8. Ganesh ji के पूजन में सफेद रंग के फूल का उपयोग कभी ना करें।
9. Ganesh ji के पूजन में लाल या पीले फूल का उपयोग करें।
10. जब Ganesh ji को लेकर आए, तब घर के अंदर लाने से पहले उनकी आरती उतारें, उसके बाद उन्हें घर के अंदर लाएं।
11. Ganesh ji की मूर्ति को स्थापित करने सें पहले पूरे घर को साफ कर लें।
12. पूजा की थाली तैयार कर लें, भगवान Ganesh ji का स्वागत करने के लिए दरवाजे पर ही उनकी आरती करें।
13. Ganesh ji के मंत्रों का उच्चारण करें।
14. शुभ मुहूर्त में Ganesh ji की स्थापना करें।
15. ध्यान रहे भगवान Ganesh ji की स्थापना राहु काल में नहीं करनी चाहिए।
16. घर के सभी सदस्य मिलकर भगवान Ganesh ji की आरती करें।
17. पूजा की थाली में सभी आवश्यक सामग्रियों को शामिल करें, जिनकी आवश्यकता हो।
18. लड्डू, पंचमेवा से भोग की थाली सजाएं। भगवान गणेश जी को मोदक के लड्डू सबसे प्रिय है। इसलिए Ganesh ji को मोदक लड्डू जरूर चढ़ाएं।
19. Ganesh ji के बाएं और कलश स्थापित करें। कलश तांबे का होना चाहिए। जल से भरा हुआ कलश गेहूं या चावल के उपर स्थापित करें।
20. Ganesh ji के सीधे हाथ की तरफ घी का दीपक एवं दक्षिणावर्ती शंख रखना चाहिए।
![]() |
Ganesh Chaturthi Special |
पूजन की शुरुआत में हाथ में अक्षत, जल एवं पुष्प लेकर गणेश ध्यान एवं समस्त देवी देवताओं को याद करें। एवं फूल, अक्षत अर्पित करें। भगवान Ganesh ji का आह्वान करें, Ganesh ji के आह्वान के बाद कलश स्थापना करें।
उत्तर पूर्व दिशा चौकी स्थापित करें, कलश पूजन के बाद पूजन करें। इसके बाद नवग्रह पूजन करें। हाथ में जल लेकर मंत्र पढ़ते हुए प्रभु के चरणों में अर्पित करते हैं। सूर्य को अर्ध्य देने की तरह ही पानी छोड़े व मंत्र पढ़ते हुए तीन बार जल चढ़ाएं। पान के पत्ते या दूर्वा से पानी लेकर छिड़के या स्नान कराये। परंपरागत रूप से पूजन और आरती करें।
Comments
Post a Comment