Ganesh katha Special Ganesh ji ka Gajanan Naam kyu Pada


Ganesh katha Special Ganesh ji ka Gajanan Naam kyu Pada, गणेश जी का शरीर बाकी के देवताओं से अलग क्यों है। क्यों Ganesh ji को सभी देवी देवताओं में सबसे पहले पूजा जाता है।
Ganesh katha Special Ganesh ji ka Gajanan Naam kyu Pada
Ganesh ji
आइए जानते हैं Ganesh ji के शरीर से जुड़ी हुई कुछ खास बातें जो उनकी महत्वता को दर्शाती हैं।

इसके साथ ही यह हमें सीख देती है जीवन में सही दिशा की तरफ अग्रसर होने की। और सही राह पर चलने की।

आज हम जानेंगे कि Ganesh ji के सभी अंगों का क्या महत्व है। और गणेश जी सबसे अलग व श्रेष्ठ देवता क्यों माने जाते हैं एंव प्रथम पूजनीय क्यों हैं।

भगवान गणेश को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान Ganesh ji को मां पार्वती जी ने अपने शरीर के मैल से निर्मित किया था।


मां पार्वती जब स्नान करने जा रही थी, तभी उन्होंने Ganesh ji को कहा था कि जब तक मैं स्नान कर कर ना लौट आंऊ। तब तक तुम दरवाजे पर पहरा देना और किसी को भी अंदर आने मत देंना।

लेकिन तभी भगवान शंकर वहां आ पहुंचे और उन्होंने दरवाजे से Ganesh ji को हटने का आदेश दिया।  भगवान शंकर के निवेदन करने के बाद भी गणेश जी ने उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया।

इस पर भगवान शंकर जी क्रोधित हो गए और उन्होेंने भगवान Ganesh ji का सिर काट दिया।
Ganesh katha Special Ganesh ji ka Gajanan Naam kyu Pada
Ganesh ji
तभी चीख सुनकर पार्वती मां बाहर आ गयी और उन्होंने अपने पुत्र का सिर कटा हुआ देखकर विलाप करने लगी और क्रोध में आकर वे लाल हो गयी। तब भगवान शिवजी ने पार्वती को यह वचन दिया कि वह गणेश को नया जीवन देंगे।

इसके बाद भगवान शिवजी ने गणेश जी के धड़ से हाथी का सिर लगा दिया। इसलिए भगवान Ganesh ji को गजानन कहा जाता है।


 इसके बाद शंकर जी ने Ganesh ji को वरदान दिया कि वह सबसे ज्यादा विद्यावान रहेंगे और रिद्धि सिद्धि के देवता, शुभ लाभ के दाता व ज्ञान के सागर रहेंगे और सर्व बुद्धिमान माने जाएंगे।

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