Ekadashi Vrat Niyam, Is Din Bhool Kar Bhi Ye Kaam Na Kare, (एकादशी व्रत के नियम, एकादशी में भूलकर भी यह काम ना करें)

एकादशी व्रत के नियम को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु जी की पूजा की जाती है। एकादशी के दिन किए गए जप, तप पुण्य, दान कई हजार गुना बढ़ जाता है। एकादशी व्रत के नियमों का पालन अवश्य करें। एकादशी में भूलकर भी यह काम नहीं करना चाहिए।



एकादशी व्रत रखने वालों के सभी कार्य, मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं। अतः एकादशी का व्रत पूरी श्रद्धा भक्ति के साथ करना चाहिए। व्रत के प्रभाव से उत्त्म फल प्राप्त होता है।


 Ekadashi Vrat Niyam,
dev uthani gyaras


एकादशी के दिन भूलकर भी यह काम नहीं करना चाहिए, नहीं तो व्रत का पूरा फल नहीं मिलता।

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1. एकादशी के दिन चावल नहीं खाना चाहिए क्योंकि चावल खाने से मन चंचल होता है। इससे मन प्रभु भक्ति से अलग हो जाता है।


2. नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए। एकादशी के दिन नशीली वस्तुओं का बिल्कुल भी ना करें। वैसे तो हमेशा ही इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते है।


3. हमें भजन कीर्तन हो सके तो मध्य रात्रि तक करना चाहिए।


4. झूठ नहीं बोलना चाहिए। जब हम झूठ बोलते हैं तो यह सही नहीं होता। एकादशी के दिन झूठ का त्याग करें, नहीं तो पाप लगता है।


5. क्रोध नहीं करना चाहिए। क्रोध से जीवन में अशांति आती है। और नकारात्मक विचार पैदा होते हैं, जो मन को एकाग्र नहीं होने देते हैं। इसलिए क्रोध का त्याग करना चाहिए।


 Ekadashi Vrat Niyam,
dev uthani ekadashi


6. ब्रह्मचर्य का पालन अवश्य करें। एकादशी के दिन संयम रखें, और भगवान के भजन कीर्तन में लगाएं। एकादशी के दिन बुराई करने से मन में विकार पैदा होते हैं, किसी की बुराई ना करें।

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7. एकादशी व्रत के सभी नियमों का पालन अवश्य करें। सच्चे मन से सयंम, नियमों को ध्यान में रखते हुये व्रत की शुरुआत करें।


8. एकादशी की रात को बिस्तर के ऊपर नही सोना चाहिये। बल्कि जमीन पर सोना चाहिए। ऐसा करने से व्रत का प्रभाव बढ़ जाता है।


9. एकादशी के दिन दांतुन करना वर्जित माना जाता है। इस दिन फल-फूल, पत्ते, डालियां आदि नहीं तोड़ना चाहिए।


10. एकादशी में शालिग्राम और तुलसी जी को अवश्य शामिल करें, नहीं तो व्रत का फल नहीं मिलता।

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11. कहते हैं इस दिन विष्णु जी का पूजन तुलसी के पत्ते से किया जाना चाहिए। ऐसा करने से हजारों जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं।


विष्णु जी, शालिग्राम का ही अवतार माने जाते हैं, इसलिए पूजा में विष्णु जी की प्रतिमा य़ा फोटो को भी जरूर रखें। इस मंत्र से पूजा जरूर करें, इससे विशेष फल की प्राप्ति होती है।


                                     'ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः'

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