What is the first time love? Is that attraction? क्या पहली बार मे प्यार होता है? क्या वह आकर्षण है? जानिए
क्या आप मानते हैं, किसी को देखते ही प्यार हो जाता है ? एक वह व्यक्ति जिसको आपने कभी नहीं देखा और पहली बार देखते ही उससे आपको प्यार हो गया। क्या यह सही में प्यार है ? कहीं यह आकर्षण attraction तो नहीं है ?
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आइए जानते हैं, कुछ ऐसी ही बातो को, प्यार और आकर्षण क्या होता है, प्यार की शुरुआत कैसे होती है।
1 - प्यार और आकर्षण -
सबसे पहले बात करते हैं प्यार की-
प्यार - बहुत ही अद्भुत होता है, इसका एहसास बहुत अद्भुत होता है, जिससे जीवन बदल जाता है, प्यार में सब कुछ अच्छा लगने लगता है। प्यार से बड़ा एहसास कुछ भी नहीं, प्यार जीवन के लिए अनमोल तोहफा है यह तोहफा हर किसी को नहीं मिलता।
2 - आकर्षण क्यों होता है ?
आकर्षण - हमारा कभी भी किसी के प्रति हो सकता है। जो व्यक्ति हमको पसंद आए जो व्यक्ति हमारी कल्पनाओं के अनुरूप हो, उस व्यक्ति के प्रति हमारा आकर्षण होता है। आकर्षण बार- बार बदलता रहता है, जैसी हमारी सोच होती है, वैसा ही हमारा आकर्षण होता है। पर बिना आकर्षण के प्यार नहीं हो सकता, आपकी सोच ही आकर्षण को उत्पन्न करती है, प्यार की शुरुआत ही आकर्षण है।
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हमारी कल्पनाओं के अनुरूप अगर कोई व्यक्ति हमें दिखता है तो हम उस पर आकर्षित होते हैं। पर यह प्यार नहीं होता, यह केवल आकर्षण मात्र है जो पल में बनता और बिगड़ता है।
3 - आकर्षण क्या कारण हो सकते हैं ?
a - किसी एक व्यक्तित्व के बारे में जब हम बार-बार कल्पनाएं करते हैं तो हमारा मन ऐसे व्यक्तित्व के लिए आकर्षित होता है। जब वैसी ही personality व्यक्तित्व हमारी नजरों में आता है, तब हम उस पर आकर्षित होते हैं यह एक साधारण स्वभाव है इंसान का।
b - अलग व्यक्तित्व का व्यक्ति जिसमें हमको लगता है, यह हमसे अच्छा है, ज्यादा समझदार हैं और सोचने समझने की क्षमताएं हमसे अच्छी है, उस व्यक्ति पर भी हमारा आकर्षण होता है।
c - आकर्षण कई बातों से हो सकता है जैसे- खूबसूरत चेहरा, खूबसूरत शरीर, अच्छे विचारों का व्यक्ति, अच्छा व्यक्तित्व, हुनरमंद आकर्षण किसी भी कारण से हो सकता है जो हमारे मन को भा जाए।
d - आकर्षण व्यक्ति का स्वभाव है, जीवन में व्यक्ति कई बार आकर्षित होता है। वह वस्तु भी हो सकती है व्यक्ति भी हो सकता है या अन्य कुछ भी हो सकता है।
e - दिमाग, मन और दिल से उत्पन्न एक अलग ही energy ऊर्जा आकर्षण है जो कभी भी किसी पर भी आकर्षित हो सकता है।
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4 - क्या आकर्षण से ही प्यार की शुरुआत होती है?
a - हम यह मान सकते हैं, जब तक हमारा किसी पर आकर्षण नहीं होगा तब तक हम उस व्यक्ति के संपर्क में नहीं आएंगे। हम उस व्यक्ति को जान नहीं पाएंगे यह जानना नहीं चाहेंगे, तो प्यार कैसे होगा।
b- जब हमें उसके विचार, उसकी सोच, उसका रवैया, उसका रहन सहन, उसका चाल-ढाल, वह अंदर से कैसा है। अच्छा है या बुरा है, जब हमारा मन इन सभी बातों का परीक्षण कर लेता है, जब हमें उसकी हर बातें अच्छी लगने लगती है, उसके साथ रहना अच्छा लगने लगता है, हमें यह महसूस होने लगता है कि वह हमारी केयर करता है, हमारे विचारों को समझता है तब हमें उससे प्रेम या प्यार होने लगता है।
c - यह जरूरी नहीं है, कि प्यार उसी व्यक्ति से हो जिसकी सोच हमसे मिलती है, ऐसा भी हो सकता है कि प्यार उस व्यक्ति से हो जिसकी सोच हम से नहीं मिलती, क्योंकि हमारा आकर्षण उस व्यक्ति पर है। जिसकी शुरुआत आकर्षण और फिर प्यार में बदल जाती है।
5 - क्या आकर्षण बार बार होता है ?
a - आकर्षण बार-बार, कई बार हो सकता है। यह हमारी प्रवत्ति है, जो चीज अच्छी लगती है, हमारा मन उसी पर आकर्षित हो जाता है। यह आकर्षण है पर यह प्यार नहीं।love |
6 - क्या प्यार भी बार-बार होता है ?
यह हमारी सोच पर निर्भर करता है, कि हम आकर्षण को कहीं प्यार तो नहीं समझ रहे हैं। हो भी सकता है कि प्यार एक बार की जगह दो बार हो, पर अगर बार-बार हो तो मैं नहीं मानता कि वह प्यार है, वह केवल और केवल आकर्षण है। प्यार और आकर्षण दोनों अलग-अलग शब्द है, दोनों के मतलब अलग-अलग हैं, यह हमारी सोच पर निर्भर करता है कि हम उस को क्या समझते हैं।
7 - प्यार को पहचान की आवश्यकता होती है?
नहीं, इसकी आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि जब प्यार होता है तो उसका अहसास ही इतना बड़ा होता है कि उसको पहचान की आवश्यकता नहीं है।
प्यार और आकर्षण में अंतर उस व्यक्ति को पता होता है, जिस व्यक्ति को प्यार होता है। प्यार बहुत ही अनमोल है इसका अनुभव तभी हो सकता है जब आप किसी से प्यार करते हो या आप से कोई प्यार करता हो।हमारे अन्य लेख-
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