रिश्तो में होने वाली परेशानी और उनके हल Some special formulas to follow the relationship
रिश्ता वह है जिसमें एक दूसरे को बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंस दिया जाना चाहिए। हमें एक दूसरे के इशारे पर नहीं नाचना है और ना ही एक दूसरे को नीचा दिखाना है। हम अपने रिश्तो को उनकी अच्छाइयां और बुराइयां दोनों के साथ एक्सेप्ट करते हैं पर अचानक से क्यों हम उन रिश्तो से जी चुराने लगते हैं। हमेशा क्यों सोचते हैं कि हमने जो फैसला लिया वह गलत था क्योंकि हमें जो करना था वह तो हम कर चुके हैं। हमें अपनी भी कमियों को जानने की कोशिश करना है।
RELATIONSHIP |
कौन से लोग हैं जो आपके सच्चे मित्र, आपके सच्चे रिश्तेदार या आपका सच्चा पार्टनर है -
1.ऐसा कोई व्यक्ति जो आपका दिल नहीं दुखाना चाहता।
2.आप जो कह रहे हैं आपकी बात पर विश्वास करता हो। यदि आप किसी के बारे में उससे कोई बात शेयर करते है तो वह उस बात का गलत मतलब न निकाले और यह ना सोचे कि आप थर्ड पर्सन को नीचा दिखाना चाहते हैं या फिर उसके बारे में कुछ गलत कह रहे हैं। वह आपकी बात पर विश्वास करें कि आप जो कह रहे हैं वह एकदम सही है और उसमें कोई भी झूठ या कमी नहीं है।
3.यदि कोई व्यक्ति बिना सोचे समझे और आपकी परवाह किए बगैर ऐसा कुछ भी काम करता है जिसकी वजह से आप हर्ट होते हैं। आपको बुरा लगता है तो यह मत सोचे कि वह आपके बारे में सोचता नहीं है या उसे आपकी केयर नहीं है। आपको यह जानना है वह ऐसा क्यों कर रहा है, आपके बारे में उसकी क्या विचार-धारा है, उसे समझने की कोशिश करें।
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4.यदि कोई व्यक्ति बात-बात पर आपको नीचा दिखाता है आपसे प्रतिस्पर्धा कांपटीशन करता है और घमंड इगो करता है तो यह मान लीजिए कि वह व्यक्ति किसी भी एंगल से आपको अपना नहीं समझता, आपसे ईष्या करता है। ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखें और उन पर कभी भी विश्वास न करें।
ऐसे व्यक्ति कभी भी आपके पीठ-पीछे बुराई भी कर सकते हैं। यह आपको किसी की नजरों के सामने भी बुरा बना सकते हैं।
5. आप कुछ भी कर रहे हैं और कोई ऐसा व्यक्ति जिसे आपके कुछ भी करने से कोई फर्क नहीं पड़ता है तो आपको यह समझना चाहिए कि उसे आपकी कोई परवाह नहीं है।
6.आपका सच्चा हमदर्द, सच्चा साथी बनने का हक केवल उस व्यक्ति को ही है जो आपके होने पर अपने आप पर गर्व महसूस करता है और अपने आप को खुशकिस्मत समझता है। यदि ऐसा नही है तो जल्द से जल्द इस परिस्थिति से बाहर निकालने की कोशिश करिए।
7.यदि ऐसा नहीं है तो वह यही सोचेगा कि अगर आप उसकी लाइफ में हो तो उसकी लाइफ खराब हो गई वह आपको कसूरवार ठहराएगा, आपके बारे में गलत सोच, गलत विचारधारा रखेगा इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि इस गलतफहमी को दूर किया जाए। यदि आप ऐसा नही कर पा रहे हैं और सब कुछ ठीक नहीं हो पा रहा है तो इस परिस्थिति से बाहर निकल जाए और कुछ अच्छा सोचे अपने बारे में।
8.एक दूसरे के बारे में गलत विचारधारा रखने से ज्यादा बेहतर है एक दूसरे से अलग हो जाना। पर कभी-कभी यह मुमकिन नहीं हो पाता है ऐसी परिस्थिति में फिर इंसान को अपने आपको ही बदलना पड़ता है। बेहद समझदारी के साथ रिश्ते को निभाना होता है।
आप चाहें तो मिल कर अपने रिश्ते को अच्छा बना सकते हैं क्योंकि यदि कोई एक व्यक्ति कोशिश करें तो रिश्ता कभी भी अच्छा नहीं बन सकता। सबसे पहले तो एक दूसरे का सम्मान करें। छोटी-छोटी बातों पर कमेंट ना करें,बहस ना करें।
LOVE CARE |
एक दूसरे के मन में,एक दूसरे के प्रति प्यार की भावना रखें। एक दूसरे के साथ बहस ना करें।यह मत सोचिए कि सामने वाला हमें खुश रखें। खुद में खुश रहें,अपने आपको हमेशा खुश रखने की कोशिश करें। अच्छा-अच्छा काम करें। अपने सभी वादो, रिश्ते को निभाने की पूरी तरह से कोशिश करें और पूरा-पूरा प्रयास करें।
1.खुद को खुश रखना सीखे- हमेशा अपने आपको खुश रखे आपको खुश रहने के लिए दूसरों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है यदि आप दूसरों पर निर्भर रहते हैं तो यह समझ लीजिए कि कोई भी व्यक्ति आपको कभी भी दुखी कर सकता है लेकिन अगर आप खुद में खुश है तो फिर कोई भी व्यक्ति आपको कभी दुखी नहीं कर सकता। फिर आपको कभी किसी से कोई शिकायत नहीं होगी।
2.सभी वादो को पूरा करें- अपने सभी वादो को, अपनी सभी बातों को पूरा करने का प्रयास करें। ऐसा ना हो कि आप कोई वादा कर दे और वादा करके फिर भूल जाए। ऐसे में सामने वाला यह सोचता है कि हम अपने इरादों के पक्के नहीं इसलिए अपने वादों को हमेशा पूरा करने की कोशिश करें।
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3.अपनी गलतियों को स्वीकारे- अपनी गलतियों को माने यदि हमसे जाने अनजाने में या जानबूझकर कोई गलती हो जाती है तो उसे स्वीकार करने की अपने आप में हिम्मत रखें यह नहीं कि अपनी गलती को माने ही न। अक्सर अपनी गलती को ना मानने पर बात बहुत ज्यादा बढ़ जाती है इसलिए हमेशा अपनी गलती को स्वीकार करें कि हां मुझसे यह गलती हुई है और अपनी गलती की माफी भी मांगे और यह वादा करें कि दोबारा आप ऐसी गलती नहीं करेंगे। जिससे किसी को हर्ट हो या किसी को तकलीफ हो या किसी का दिल दुखे।
4.झुकना सीखें- झुकना एक ऐसी कला है जो हमें लोगों के सामने ऊपर उठा देती है। कोई भी व्यक्ति झुकने से छोटा नहीं होता इसलिए हमेशा अपने रिश्तो में झुकना सीखें। यदि आप रिश्तो में झुकते हैं तो आप देखेंगे कि आपका स्थान सबसे ऊंचा होगा।
LOVE CARE |
5.ईमानदार रहें- अपने रिश्ते को हमेशा इमानदारी से निभाएं। ईमानदारी से रिश्ते की नींव मजबूत होती है। यदि आप कोई भी झूठ बोलते हैं या बेईमानी करते हैं तो उसका परिणाम भी हमेंशा बुरा ही मिलता है। हमें अपने रिश्तो से हाथ धोना पड़ता है। इसलिए हमेशा अपने रिश्ते के प्रति ईमानदार रहे।
6.झूठ ना बोले- अक्सर एक झूठ बोलने की वजह से हमें कोई झूठ का सहारा लेना पड़ता है इसलिए कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिये। सच बोलने का अंजाम हमेशा अच्छा ही होता है इसलिए हमेशा सच बोले ।सच बोलने से कोई हमें कड़ी सजा नहीं दे देगा इसलिए जब भी आप झूठ बोले तो झूठ बोलने से पहले कई बार सोचे कि एक झूठ बोलने से आपको और भी कई झूठ बोलने पड़ेंगे इसलिए हमेशा सच का सहारा ले। झूठ वही अच्छा है जो किसी की भलाई के लिए हो, न कि अपनी गलतियों को छुपाने के लिए।
7.एक दूसरे का सम्मान करें- हमेशा एक दूसरे का सम्मान करें, हमेशा एक-दूसरे से प्यार से रिस्पेक्ट के साथ बात करें। हम अपने रिश्ते में सम्मान देते हैं तो हमें सम्मान मिलता है। इससे हमारा रिश्ता मजबूत होता है।
8.खुश रखने की कोशिश करें- एक दूसरे को हर्ट करने के बजाय एक दूसरे को खुश रखने का प्रयास करें। जितना ज्यादा आप दूसरो को खुश रखने की कोशिश करेंगे उतना ही ज्यादा वे आपके करीब होंगे। और वैसे भी कहते हैं जहां इंसान को खुशी मिलती है, वह हमेशा उसी ओर जाता है।
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